
दुमका। सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में गुरुवार को एकेडमिक काउंसिल की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर कुनुल कंदिर ने की। बैठक में कुल 9 एजेंडों पर चर्चा की गई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक की शुरुआत विश्वविद्यालय के नव-नियुक्त कुलसचिव डॉ. राजीव रंजन शर्मा के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि वह टीम भावना से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और आशा व्यक्त की कि उनके कार्यकाल में सभी का सहयोग प्राप्त होगा। बैठक में सर्वप्रथम 5 अप्रैल को आयोजित पिछली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिए गए निर्णयों को अनुमोदित किया गया। इसके पश्चात परीक्षा बोर्ड की विभिन्न बैठकों में लिए गए निर्णयों को भी स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय यह रहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत संचालित यूजी स्तर के कॉमन कोर्स की परीक्षाएं अब ओएमआर शीट पर ऑब्जेक्टिव मोड में ली जाएंगी। यह प्रस्ताव विश्वविद्यालय की परीक्षा बोर्ड द्वारा 19 जून को लम्बित सत्रों को नियमित करने के उद्देश्य से पारित किया गया था, जिसे अब एकेडमिक काउंसिल ने भी सर्वसम्मति से अनुमोदित कर दिया।
इस निर्णय के लागू होने के बाद अब कॉमन विषयों की परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रारूप में ली जाएगी। हालांकि, मेजर और माइनर विषयों की परीक्षाएं पूर्व की भांति सब्जेक्टिव मोड़ में ही संचालित की जाएंगी। विश्वविद्यालय ने यह व्यवस्था केवल शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के उद्देश्य से अस्थायी रूप से लिया है, और आगे चलकर सभी परीक्षाएं पुनः सब्जेक्टिव मोड में संचालित की जाएंगी।
बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण नियमों जैसे एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट, ड्यूल डिग्री प्रोग्राम तथा मल्टीपल एंट्री और एग्जिट रेगुलेशन को भी अधिग्रहित किया गया। इन नियमों को क्रियान्वित करने के लिए विश्वविद्यालय की एनीपी टास्क फोर्स द्वारा लिए गए निर्णयों को भी औपचारिक स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में सरकार द्वारा भेजे गए पत्र के आलोक में विश्वविद्यालय के अंतर्गत नए डिग्री कॉलेजों, मॉडल कॉलेजों और महिला कॉलेजों में नए विषयों को खोलने से संबंधित प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। साथ ही कुछ नए कॉलेजों के अनुरोध पर कुछ विषयों में सीटों की संख्या बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। यह बैठक विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण रही, जिससे आने वाले समय में विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार और छात्रों के हित में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
इस बैठक में डीएसडब्ल्यू डॉ. जैनेंद्र यादव, डॉ संजय कुमार सिंह, डॉ. पीपी सिंह, डॉ. टीपी सिंह, डॉ. एसएल. बोंडया, , डॉ. संजीव कुमार, डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. राजेश यादव, डॉ. कलानंद ठाकुर, डॉ. संजीव कुमार सिन्हा, डॉ. नीलेश कुमार, डॉ. एस एन अधिकारी, देवघर कॉलेज के प्राचार्य, जामताड़ा कॉलेज के प्राचार्य, मधुपुर कॉलेज के प्राचार्य, महिला कॉलेज पाकुड़ के प्राचार्य, मिल्लत कॉलेज परसा के प्राचार्य, एस पी महिला कॉलेज के प्रचार्य, साहेबगंज कॉलेज के प्राचार्य, बीएसएनएल बोहरा कॉलेज के प्राचार्य, एमजी कॉलेज राकनेश्वर के प्राचार्य, महिला कॉलेज गोड्डा के प्राचार्य, सेंट जेवियर्स कॉलेज दुमका के प्राचार्य, डॉ. डीके मिश्र, डॉ. एसटी खान, डॉ. सुजीत सोरेन, डॉ. संतोष शील, डॉ. संजय कुमार सिंहां, डॉ. इन्द्रजीत कुमार, डॉ. इन्द्रनील माडल, डॉ. जय कुमार शाह, दीपक कुमार, डॉ. पूनम हेम्ब्रम, डॉ. जैनेन्द्र यादव एवं रजिस्ट्रार डॉ. राजीव रंजन शर्मा उपस्थित थे।